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नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना

नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना के तहत किसानों को दूध बिक्री के लिए संसाधन उपलब्ध करवाए जायेंगे। इसके साथ ही उन्हें दूध का उचित दाम भी दिया जायेगा।

दुग्ध सहकारी समितियों के द्वारा पशुपालको को उनके गाँव में ही दूध बेचने की व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाएगी। इस योजना के तहत सरकार द्वारा सभी किसानों का डाटाबेस तैयार किया जाएगा। ताकि भविष्य में उन्हें अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ मिल सकें।

किसानों के साथ-साथ पशु आहार और चारा बनाने वाले को भी बढ़ावा देने के लिए अनुदान दिया जाएगा। दुग्ध उत्पादन में उत्तरप्रदेश सबसे आगे है ऐसे में बढ़ती जनसंख्या को दूध पहुंचाने के लिए इस योजना की महत्वपूर्ण भूमिका है।

योजना की आसानी से निगरानी करने के लिए जनपद और प्रदेश समिति का गठन किया गया है। किसानों को पशुपालको के साथ-साथ देशी नस्ल की गाय को खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। ताकि दूध की मात्रा में अधिक वृद्धि हो ।

इस योजना के अंतर्गत जनपद की महिला की अहम भूमिका होगी। इस योजना में अधिकतम महिलाओं को

नियुक्त किया जाएगा।

चयन पत्र प्राप्ति के बाद लाभार्थी द्वारा 02 माह के भीतर स्वदेशी उत्पन्न नस्ल की गिर, साहीवाल, हरियाणा अथवा थारपारकर गाय का क्रय किया जायेगा।

रु० 31,25,000 (साहीवाल अथवा गिर अथवा थारपारकर नस्ल के 25 गोवंश) इकाई के लिये।

रु० 30,50,000 (साहीवाल अथवा गिर अथवा थारपारकर नस्ल के 25

गोवंश के साथ-साथ 5 गंगातीरी नस्ल की गायों हेतु)